चिड़िया और कौवा
एक गांव में दुर्भाग्यवश अचानक आग लग गयी और उसे बुझाने के लिए अनेक गांववासी जुट गए। इधर पास ही के पेड़ पर एक चिड़िया और कौवा बैठे थे। आग को देख कर चिड़िया उड़ कर चोंच में पानी भर कर आग पर डालने लगी। यह सब देख कौवा चिड़िया से बोला कि पगली तूं क्यों व्यर्थ अपनी शक्ति और समय नष्ट कर रही है तेरे इस प्रयास से आग बुझने वाली नहीं है। इस पर चिड़िया ने उत्तर दिया कि यह मैं भी जानती हूँ परन्तु इतना अवश्य जानती हूँ कि जब – जब इस आग को बुझाने की चर्चा होगी मेरे इस छोटे से प्रयास एवं सहयोग को भी याद किया जाएगा और वहीँ तेरा ज़िक्र तमाशबीन और अवरोध पैदा करने वाले में।
Short URL: https://indiandownunder.com.au/?p=4045