ट्रम्प और मोदी की दूसरी ज़ूम मीटिंग….
संतराम बजाज
“हाउडी मोडी?” ट्रम्प ने वीडियो मीटिंग को शुरू करते हुए कहा|
“हाई डोनाल्ड,” मोदी ने बेदिली से जवाब दिया|
“मैं आज बहुत खुश हूँ, मुझे इलेक्शन जीतने का नुस्खा मिल गया है|”
“कौन सा नुस्खा?”
“मैं ने यहाँ क्रोनावायरस को काबू करने के लिए नये बन रहे वैक्सीन ‘Remdesivir’ के 3 महीने तक के सारे स्टॉक को खरीद लिया है| केवल अमेरिकन लोगों के लिए ही इस्तेमाल किया जाएगा| अमेरिकन खुश हो जायेंगे| अब कोरोना से कोई अमेरिकन नहीं मरेगा,” ट्रम्प बड़ा जल्दी जल्दी बोल रहा था|
“आगाह अपनी मौत से, कोई बशर नहीं; सामान सौ बरस का, पल की खबर नहीं,” मोदी बोल उठा|
“क्या कहा? फिर से कहो|” ट्रम्प बेचैन हो गया|
“कुछ नहीं, बस यह कह रहा था कि तुम बड़े सेल्फिश हो,” मोदी जरा गुस्से से बोले|
“अरे, तुम्हारे पास भी तो स्वामी रामदेव का नया मेडिसिन आ गया है| मजेदार बात, हमारी दवा का नाम ‘Remdesivir’ तुम्हारे उस स्वामी रामदास के नाम जैसा ही लगता है| शुक्र करो मैं ने उस से सौदा नहीं किया, वह इसलिए कि तुम्हारी पहले वाली ‘संजीवनी बूटी’, क्लोरोकिन, किसी काम की नहीं निकली|”
“हाँ, तो हम थोड़ा ही तुम्हारे पास आये थे| वह तो तुम ही दादागिरी दिखा रहे थे और सारा माल खरीद लिया| एक तरह से अच्छा ही हुआ, नहीं तो वह सब बेकार पडा रहता|”
“ओह! तुम तो नाराज़ हो गया मेरे दोस्त! चलो कोई दूसरी बात करते हैं| वे तुम्हारे ‘राहु, केतु’ कैसे हैं?”
“कौन राहु, केतु ?”
“वही, राहुल और प्रियंका गांधी,” ट्रम्प ने बड़ी मजाकिया टोन में कहा|
“अच्छा, वे ‘इटली की औलाद”, मोदी ही, ही कर हँसते हुए बोला, “बच्चे हैं,खेलने देता हूँ|”
“हाँ, उन्हें तुम इडली खिला दो, सब ठीक हो जायेगा,” ट्रम्प अपने ही जोक पर जोर जोर से हंसने लगा|
“लेकिन तुम्हारा मसला तो केवल Covid-19 का नहीं है| उस से बड़ा तो ‘Black lives matter’ का है|
“पता नहीं, तुम गोरे लोग कब सुधरोगे?” मोदी बोले|
“ऊँहूँ, जरा सोच कर बोलो मोडी! एक पुलिस वाले की वजह से कुछ लोगों ने इसे काले-गोरे का मामला बना दिया| तुम्हारे तामिल-नाडू में अभी क्या हुआ है, पुलिस वालों के हाथों बाप-बेटे की जान गई| अमेरिका से कहीं ज़्यादा ऐसे मसले तुम्हारे देश में हैं| ज़ात पात और हिन्दू-मुस्लिम के झगडे| तुम शायद भूल गए हो कि अमेरिका का मेरे से पहले वाला President किस रंग का था| और जिस गोरे-काले की बात तुम कर रहे हो, जलूस निकालने वालों में केवल काले लोग ही नहीं थे| हम सब ने मिल कर अमेरिका को ग्रेट बनाया है| कुछ लोगों को बदलने में समय ज़रुर लग जाता है|”
मोदी जी भी कुछ गंभीर हो गए और सोच में पड़ गए|
“क्या हुआ, तुम्हारी बोलती क्यों बंद है? यह चीन से पंगा क्यों ले लिया? अच्छा यह बताओ, तुम ने अपने डिफेन्स मिनिस्टर को रूस क्यों भेजा?” ट्रम्प ने बात बदलते हुए कई सवाल कर डाले |
“तुम्हें सब पता है| पहल उन्हों ने ही की है| पर, मुझे तुम से शिकायत है, मैं तो तुम्हें अपना दोस्त समझता था| भूल गए क्या खातिरदारी की थी तुम्हारी, जब फरवरी में सहपरिवार भारत आये थे| लेकिन तुम भरोसे के नहीं हो| बजाए इस के कि हमारा साथ दो, हमारे हक़ में बोलो, उलटा मध्यस्थता की बातें करने लगे| पहले इमरान खान के साथ और अब शी जिनपिंग के साथ| तुम्हें बिचोलिया बनने का कुछ ज़्यादा ही शौक है| इस से पहले उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया में भी ट्राई मार चुके हो| और रही रूस की बात तो रूस हर समय हमारे साथ रहा है| हमारे MiG जहाज़ों के पुर्जे भी तो लेने हैं उन से| तुम ने भी तो अपने पिछले इलेक्शन में उन की मदद ली थी|”
“अरे, मोदी! तुम खाह्म्खाह ही नाराज़ हो गए हो| तुम भी तो चूक गए अपने छोटे पड़ोसी देशों के साथ ढंग से बात करने में| नेपाल, श्रीलंका और अब बंगला देश को चीन ने अपने पाले में कर लिया है और इंडिया का चारों ओर से घेरा डाल दिया है| चाइना हमारे लिए भी खतरे की घंटी है| हम ने भी अब चाइना को चारों ओर से घेरने का प्लान शुरू कर दिया है| UK के प्रधान मंत्री Johnson ने हांगकांग के ३ million निवासियों को ब्रिटिश नागरिकता देने की घोषणा कर दी है| आस्ट्रेलिया के Morrison को भी गर्मी दिला दी है और वह चीन से कुछ उल्टी सीधी बातें करने लगा है| जापान भी उन्हें आँखें दिखा रहा है और तुम ने भी तो उन के ‘टिक-टाक’ और दूसरे 58 एप बैन कर दिए हैं|ठीक किया है| हम ने भी उन की Huawei का 5G मोबाइल नेटवर्क बैन कर रखा है|”
“इस से उन्हें कुछ तो झटका लगेगा, पर ज़्यादा कुछ नहीं होने वाला,” मोदी बोले| “लातों के भूत, बातों से नहीं मानते|”
“अरे, तुम ने लातें चला कर क्या कर लिया, अपने २० से ज़्यादा जवान खो दिए|वह कल का छोकरा, राहुल तुम्हें खुले आम ‘नरेन्डर’ की बजाए ‘सरेंडर’ (surrender) मोदी कह रहा है| वैसे वह कुछ ज़्यादा ही खार खाता है तुम से| शायद इसलिए तो नहीं कि तुम ने उस की बहन को सरकारी बंगले से निकल जाने के लिए कह दिया है|”
“नहीं भई नहीं, बात बंगले की नहीं है| वह तो बहुत पैसे वाली है, उस के पास तो कई बंगले हैं| हमें भी तो जनता को जवाब देना होता है कि कब तक ये लोग जनता की सम्पत्ति को अपना समझ मौज उड़ाते रहेंगें|
“वैसे गाली गलौच तो राहुल का नेचर बन चुका है, सब को पता है, इसलिए उस को कोई सीरियसली नहीं लेता|”
“डेमोक्रेसी में यह सब चलता ही रहता है| तुम भी इस मैदान में नये नहीं हो| आये दिन तुम्हारी खिल्ली उड़ाते रहते हैं, मीडिया वाले| हम हिटलर तो हैं नहीं कि सब को जेल में डाल दें या ऊपर भेज दें |”
“हाँ, यार! यह तो ठीक है,” ट्रम्प परेशां सा था, “मैं पिछली बार तुम्हारे मास्क को मफलर कह कर मज़ाक उड़ा रहा था, अब मीडिया वाले मेरे पीछे पड़े हुए हैं कि मैं क्यों नहीं मास्क पहनता| मैं ने मज़ाक में वेस्टर्न फ़िल्मी करेक्टर “Lone Ranger जैसा लगूंगा, कह दिया, अब वह भी हंसी का विषय बन गया है|”
“ऐसा लगता हैं, हम दोनों ही दुखी आत्मा हैं, मैं भी परेशान, तुम भी परेशान| चलिये, आज की मुलाक़ात, बस इतनी|”
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